Saturday 21 November 2009

madhu koda ka jharkhand ko koda

मधु कोड़ा एक खदान मजदूर के बेटे ने राजनीती में बीजेपी से आगाज किया फिर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीते लालू जी की असीम कृपा से खदान मंत्री से मुख्यमंत्री बन गए पर सरकारी खजाने के रूपए की खदान बना डाला .इनके घर से दो नोट गिनने की मशीने जब्त की गई कहते है की नोट गिनने के लिए युवाओ को नौकरी पर रखा था कोड़ा जी इस तरह झारखण्ड को बहुत लुटा .झारखण्ड को मधु को जी ने जम के लुटा ,लुट का सिलसिला के बारे एक चोटी सी बात सुने आयकर विभाग और परवर्तन निर्देस्लय की छपेमारी से यह बात पे परत-दर-परत खुलती गई की सन २००० में बिहार से अलग होकर बने झारखण्ड में लुट का सिलसिला चल रहा था सन २००६ तक विनोद सिन्हा एक साधारण सा मोटर मेकेनिक हुआ करता था आज सिन्हा के पास करीब दो अरब रुपए की सम्पति है वह चार कम्पनियों का मालिक है जिसका धंधा देश- विदेश में फैला है दूसरा नाम संजय का है जो झारखण्ड के औओद्योगिक शहर जमशेदपुर में आर टी के बहार दलाली करने वाला संजय के पास अभी एक सो करोड़ा से अधिक की सम्पति है उसका दुबई में कारोबार है उसने बंकोका में अपना माकन ख़रीदा है और लिएबर्रिय में उसके नामा से दो खदान है तीसरा नाम वीरेद्र मुखिया का पछिम शिघ्भूमिके चाईबास में कोड़ा के साथ रहने वाला विर्द्र के पास तीनसौ करोड़ा से भी अधिक सम्पति है ये तो थी के मजदुर के बटे की कहानी अगर भारत में इसी तरह हर इन्सान लूटे गा तो भरता का भविष क्या होगा

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