तेरा वह पहेला स्पर्श ,
मेरे दिल को भा गया ,
मेरे हाथो के लकीरों पर ,
तेरा चहेरा छा गया .
तुम्हारी आंखो मे बसा प्यार ,
लब्ज़ो से सुनने को बेताब हु ,
यह स्पर्श है तुम्हारा ,
तुमसे दूर हो कर भी, तुम्हारे बहुत पास हु .
तनहा भरी जिंदगी मे ,
एक उत्साह तुम लाई हो ,
तुम्हारे उस मुश्कान भरे चहेरे मे ,
मानो छिपी प्यार की सच्चाई है .
एक स्पर्श है तुम्हार
जो प्यार की परछाई है ,
हमारी नज़र का नज़र से ना मिलना ,
शायद यही हमारे प्यार की सच्चाई है .
एक तरफ है जाने की जल्दी ,
वही दूसरी ओर आ रही तन्हाई है ,
हाथ छोरे से भी ना छुटे है ,
यह स्पर्श प्रेम की दुहाई है .
यह स्पर्श जो भी है
पर इसमे एक गहेराई है
ना चाह कर भी ,
हमारे दिल को करीब लाई है .
यह स्पर्श जैसा भी हो ,
यही जीवन की सच्चाई है .
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