Thursday, 13 December 2012

देख तमाशा आंदोलन का


भारत एक ऐसा देश है जहां लोगो को अपनी बात कहने के लिए दूसरों कि मदद चाहिए. अगर हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठानी  है, तो हमे अन्ना हजारे जैसे दिग्गज नेता चाहिए और अगाड़ हमें कोई और बात अच्छी नही लगती तो हमे कोई और चाहिए. हमारा समाज खोखला हो चुका है. हमारे अन्दर नेतृत्व करने कि क्षमता समाप्त होती जा रही है.
आजकल "Reality Shows" से शोहरत कमाने कि इच्छा रखने वाले हमे अपने अधिकारो के बारे मे बता रहे है. आज भारत सोशाल मीडिया में इतना बड़ा खिलाड़ी बना हुआ है, हमे अपनी आवाज़ वहां बुलंद करनी चाहिए. अपने बात से मुकर जाने वालों को अपना नेता मानना बेवकूफी होगी.

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