Tuesday, 15 December 2009




इंतज़ार


घर के उस कच्चे और गोबर से लिपे पुते दालान के लिए जहा हम उगे थे और जहा बैठकर माँ बाप अब भी हमारे लौट आने की प्रतीक्षा करते है .....

आज कल के युवाओ में इतना उत्साह होता है अपने माता पिता और अपने देश से दूर जाने का। वे यह बात नही जानते के जो समय उन्हें अपने माता पिता क साथ व्यतीत करना चाहिए, जिस पल माता पिता को जरूरत होती है वे उनके साथ नही होते। और ऐसी बात भी नही सब अपने माता पिता से दूर होना चाहते है पर वे अपने काम में इतने मगन हो जाते है के माता पिता के लिए समय ही नही निकाल पाते। और माता पिता केवल इंतज़ार करते रह जाते है। t

3 comments:

  1. goodevening mam.its really a nice and touching article.keep it up.god blesss u

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