Sunday, 6 October 2013

मुम्बई बनी चैपिंयनों की चैंपियन



सचिन तेंदुलकर के अंतिम आईपीएल संस्करण में उनको जीत के साथ विदाई मिली उसके बाद उनके अंतिम चैंपियंस लीग या कहे कि अंतिम टी-20 मैच में भी जीत के साथ विदाई मिली है। मुम्बई इंडियंस पूरी सीरीज में अजेय रही राजस्थान रॉयल को 33 हराकर चैंपियनों की चैंपियन बन गई है। इससे पहले 2011 में मुम्बई इंडियंस हरभजन सिंह की कप्तानी में चैंपियन बना था। इससे थोड़ा और पहले जाए तो सचिन को उनके अंतिम विश्वकप में भी जीत के साथ विदाई मिली थी। लेकिन दूसरी ओर एक अन्य खिलाड़ी को जीत की विदाई नहीं मिल सकी। इस चैंपियंस लीग के फाइनल में एक और दिग्गज ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया वह खिलाड़ी हैं राहुल द्रविड़। दोनों ही खिलाड़ियों को गॉड ऑफ ऑनर दिया गया।

मुकाबले की बात करे तो राजस्थान रॉयल के कप्तान राहुल द्रविड़ ने टॉस जीतकर मुम्बई को पहले बल्लेबाजी के आमंत्रित किया। लेकिन मुम्बई ने राहुल द्रविड़ के फैसले को गलत साबित कर दिखाया। मुम्बई की शुरुआत धीमी हुई एक समय अनुमान लगाया जा रहा था कि कुल स्कोर 150-160 रहेगा लेकिन आधे ओवर के बाद ड्वेन स्मित की ताबातोड़ 44 रन की बदौलत मुम्बई ने निर्धारित बीस ओवर में केवल छह विकेट के नुकसान पर 202 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया। इस विशाल स्कोर खड़ा करने में कप्तान रोहित शर्मा ने 33 रन, ग्लेन मैक्सवेल ने 37 रन को योगदान दिया। वहीं राजस्थान के लिए प्रवीण तांबे ने 19 रन देकर दो विकेट लिए।

एक विशाल स्कोर का पीछा करने उतरी राजस्थान की शुरुआत काफी सार्थक हुई। सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनानेवाले अंजिक्या रहाणे ने एक बार फिर कमाल किया और लगातरा चौथा अर्धशतक (65) लगाया। संजू सैमसन ने भी 60 रनों की धमाकेधार पारी खेली। इस सार्थक शुरुआत की बदौलत एक समय अनुमान लगाया जा रहा था कि राजस्थान इस मैच को आसानी से जीत लेगी। 16वां ओवर खत्म होने के बाद राजस्थान को 24 गेंद पर 48 रन की जरूरत थी। लेकिन मुम्बई के अनुभवी गेंदबाजी हरभजन सिंह ने सारा खेल ही पलट दिया और राजस्थान सार्थन शुरुआत जीत में न बदल सकी। 17वें ओवर में हरभजन ने तीन विकेट लिए। बचा काम किरोन पोलार्ड ने किया 19वें ओवर में पोलार्ड ने तीन बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया। राज्सथान की पूरी टीम 18.5 ओवर में 169 रन पर ढेर हो गई। मैच में टर्निंग प्वाइंट साबित हुए हरभजन को उनके चार विकेट के लिए मैन ऑफ द मैच दिया गया। मुम्बई को इनाम स्वरूप 25 लाख डॉलर और राजस्थान को 13 लाख डॉलर मिले।

पूरे सीरीज के स्कोर बोर्ड पर नजर डाले को राजस्थान को ही दबदबा दिखता है। सीरीज में सबसे ज्यादा रन राजस्थान के अंजिक्या रहाणे (288), सबसे ज्यादा विकेट राजस्थान के ही प्रवीण तांबे (12) के नाम है। व्यक्तिगत उच्चतम स्कोर ओटॉगो वॉल्ट्स के नील ब्रूम (117) और उच्चतम टीम स्कोर भी ओटॉगो वॉल्ट्स के नाम है। वॉल्ट्स ने पर्थ के खिलाफ चार विकेट के नुकसान पर 242 रन बनाए थे।        

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