विजेता टीम (मेघालय) |
ओएम रॉय मेमोरियल, शिलांग, मेघालय की टीम ने 54वें सुब्रतो कप में अंडर-17 बालक का खिताब अपने नाम कर लिया। अंबेडकर स्टेडियम में खेले गए फाइनल
मुकाबले में मेघालय की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मागुरमारी हाई स्कूल, कोकराझार, असम को 4-0
से शिकस्त दी। फाइनल मुकाबले में खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने के लिए मैदान में मिल्खा
सिंह भी मौजूद थे।
शुरुआती से ही
मेघालय की टीम असम पर हावी रही। असम ने बीच के कुछ मिनटों में अच्छा खेल दिखाया।
लेकिन मेघालय की टीम की वापसी करते हुए असम पर आक्रमण तेज करते दिए और मेबानशान
सुटिंग ने पहले हॉफ के खेल के अंतिम मिनटों (35वें) में गोल कर अपनी टीम को मध्यातंर से पहले 1-0 की बढ़त दिला दी।
दूसरे हॉफ में लगा
कि असम तेजी से वापसी करेगी लेकिन मेघालय ने असम को कोई मौका नहीं दिया। दूसरे हाफ
में नांग्रुड जेफरसन ने 46वें मिनट में शानदार हेडर गोल किया। लेकिन मेघालय की टीम
दो गोल से संतुष्ट नहीं हुई। असम के गोल पर मेघालय का आक्रमण जारी रहा और कायंटर
लेनिंगस्टॉन 61वें मिनट में काफी दूसरी से सीधे गोल में गेंद को पहुंचा दिया। बची कसर
कुरबाह मिशेलसन ने 69वें मिनट में हेडर से गोल कर पूरा
कर दिया।
उपविजेता टीम (असम) |
1978 के बाद यह दूसरा मौका है, जब मेघालय की किसी
टीम ने अंडर-17 बालक फाइनल में खिताब जीता है। 2011 में उन्हें फाइनल में हार झेलनी पड़ी थी।
जबकि 1986 और 1992 में खिताबी जीत दर्ज करने वाली असम की किसी टीम का यह पांचवां फाइनल था।
टूर्नामेंट में
सर्वाधिक सात गोल करने वाले मेघालय के स्ट्राइकर मेबानशान सुटिंग ने कहा- हमने पहले हाफ में अच्छा खेल
नहीं दिखाया, लेकिन दूसरे हाफ में हमने अच्छी लय हासिल
कर ली।
इस फाइनल मुकाबले से
पहले एक अन्य प्रदर्शनी मैच झारखंड की बालिका टीम ‘युवा’ और सुब्रतो कप की चैंपियन टीम राधा माधव संस्कृत विद्यालय, मणिपुर के बीच खेल गया। युवा ने हाल ही में स्पेन में आयोजित गेसटेज कप
में तीसरा स्थान हासिल किया था। भारत में इस टीम का यह पहला मैच था, जो गोलरहित ड्रॉ पर खत्म हुआ। झारखंड की इस टीम को एक लाख रुपये से
सम्मानित किया गया।
फाइनल में
पहुंचनेवाली दोनों टीम मेघालय और असम पूरे टूर्नामेंट के दौरान अजेय रही। कप कि
विजेता टीम की बात करे तो लीग मुकाबले में मेघालय ने वसंत कुंज सेक्टर-5 नई दिल्ली
की टीम को 3-1, त्रिपुरा स्पोर्ट्स स्कूल बधरघाट एडी नगर त्रिपुरा को 1-0, एलके
हाईहर सेकेंड्री स्कूल तमिल नाडु को 4-0 से हराया। जबकि क्वाटरफाइनल में बीएसएल
हाई स्कूल झारखंड को 2-0 और सेमिफाइनल में बॉयज स्पोर्ट कंपनी बिहार रेजिमेंट पटना
को 3-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
वहीं उपविजेता रही
असम ने लीग मुकाबले की शुरुआत एयर फोर्स स्कूल के साथ ड्रा से किया। उसके बाद
महाराष्ट्र हाई स्कूल को 4-1 और कोस्ट गार्ड पब्लिक स्कूल दमन एंड दियू को शानदार
11-0 से मात दी। जबकि क्वाटरफाइनल में यूक्रेन की टीम को 4-1 और सेमीफाइनल में
साईअईथंगा मेमोरियल स्कूल मिजोरम को 1-0 से हराकर फाइनल तक का सफर किया।
दर्शकों की रूची खेल
में बनी रहे इसके लिए अंत में लकी ड्रा के जरिए की लोगों को कूकर से एलसीडी टीवी तक के ईनाम दिए
गए।
अवार्ड की सूची
अंडर-17 बालक
सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी : मेबानशान सुटिंग (ओएम रॉय हाई स्कूल, शिलांग, मेघालय)
सर्वश्रेष्ठ कोच : जैफरी वार्लापिह (ओएम रॉय हाई स्कूल, शिलांग, मेघालय)
सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर : स्टेन बनशानलान्ल (ओएम रॉय हाई स्कूल, शिलांग, मेघालय)
मोस्ट प्रमोसिंग प्लेयर : ज्वंगबला ब्रह्मा (मागुरमारी हाई स्कूल, कोकराझार, असम)
फेयरप्ले अवार्ड : जीवी राजा स्पोट्र्स स्कूल, केरल
अंडर-17 बालिका
सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी : संजू (फाउंटेनहेड स्कूल, सूरत, गुजरात)
सर्वश्रेष्ठ कोच : फातिमा (राधा माधव संस्कृत विद्यालय, नांबोल, बिशनुपुर, मणिपुर)
सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर : एम लिंथोइनगांबी (राधा माधव संस्कृत विद्यालय, नांबोल, बिशनुपुर, मणिपुर)
मोस्ट प्रमोसिंग प्लेयर : डांगमेई ग्रेस (राधा माधव संस्कृत विद्यालय, नांबोल, बिशनुपुर, मणिपुर)
फेयरप्ले अवार्ड : फाउंटेनहेड स्कूल, सूरत, गुजरात
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