आज का चाणक्य
नीतिवान व्य़क्ति हि सब मुश्किलों से आगे निकलता है ,और लक्ष्य तय कर उसको पूरा करता है ,आज के युग में अरविंद केजरीवाल में चाणक्य कि छवि दिख थी है ,हाल में ही दिल्ली में विधानसभा चुनावो के बादल हट चुके है और दिल्ली के सिंगासन का तोफा केजरीवाल के जोहली में आया। भारत के इतिहास में पहली बार आम आदमी काल आया ,कहते है कि झाड़ू लगाने से लक्ष्मी जाती है ,लेकिन ये झाड़ू भ्रष्टचार के गंद को मिटाने के लिए आई है ,अरविंद ने एक साल में ही अपनी नीतियो के बांड चलाये और आम जनता के ऊपर से हाथ और कमल कि धूल इस झाड़ू के तूफान ने उडा दी ,आम जनता के संकट का पहाड़ अरविंद अपने ऊपर लिया और इससे तोड़ने के लिए अपनी बुध्दिमानता से और नीति से फैसला लिया भी। आज के समय में पानी,बिजली किफायती कि गुल्लक जनता को दी और भारत को सोने कि चिड़िया बनाने का इनका संकल्प है
नीतिवान व्य़क्ति हि सब मुश्किलों से आगे निकलता है ,और लक्ष्य तय कर उसको पूरा करता है ,आज के युग में अरविंद केजरीवाल में चाणक्य कि छवि दिख थी है ,हाल में ही दिल्ली में विधानसभा चुनावो के बादल हट चुके है और दिल्ली के सिंगासन का तोफा केजरीवाल के जोहली में आया। भारत के इतिहास में पहली बार आम आदमी काल आया ,कहते है कि झाड़ू लगाने से लक्ष्मी जाती है ,लेकिन ये झाड़ू भ्रष्टचार के गंद को मिटाने के लिए आई है ,अरविंद ने एक साल में ही अपनी नीतियो के बांड चलाये और आम जनता के ऊपर से हाथ और कमल कि धूल इस झाड़ू के तूफान ने उडा दी ,आम जनता के संकट का पहाड़ अरविंद अपने ऊपर लिया और इससे तोड़ने के लिए अपनी बुध्दिमानता से और नीति से फैसला लिया भी। आज के समय में पानी,बिजली किफायती कि गुल्लक जनता को दी और भारत को सोने कि चिड़िया बनाने का इनका संकल्प है
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