Thursday, 30 January 2014

                         पद्म श्री कि माला युवराज के कंठ में 

पद्म श्री भारत के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारतरत्न ,पदमविभूषण और पदम् भूषण भी है।यह भारत सरकार कि और से प्रदान किया जाता है,और ये सम्मान 25 जनवरी 2014 को भारतीय क्रिकेट का सितारा युवराज सिंह को प्रदान किया गया,सरकार ने शनिवार को घोषणा कि जिसमे कुछ इस वर्ष कि सात खिलाड़ियो को पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया है,भारतीय महिला क्रिकेट कपतान (दीपिका पालिकल),खालिद पहलवान,अंजुम पहलवान,सुनील (कबड्डी ),प्रेम सिंह (पर्वतारोहण),प्रभु (चेयर टेनिस) और ममता (पर्वतारोहण )। 
                                     इस साल में पदम् पुरस्कारो के लिए राष्ट्रपति ने 127 नाम आगे रखे जिनमे दो पदम् विभूषण,24 पदम् भूषण और 101 पदम् श्री पुरस्कार शामिल है,इसी के चलते महिलाए पीछे नही रही पदम् पुरस्कार से सम्मानित लोगो में महिलाओ कि संख्या 27 रही।   

Thursday, 16 January 2014

Google developing contact lenses for diabetics to monitor glucose Google is searching for a better way for millions of diabetics to manage their
Confirmed yahoo's editor in chief is out Effective tomorrow yahoo's editor in chief jai singh is out from the company A yahoo spokesperson confirmed

Tuesday, 14 January 2014

AAJ KA CHANAKIYA

   आज का चाणक्य 
नीतिवान व्य़क्ति हि सब मुश्किलों से आगे निकलता है ,और लक्ष्य तय कर उसको पूरा करता है ,आज के युग में अरविंद केजरीवाल में चाणक्य कि  छवि दिख थी है ,हाल में ही दिल्ली में विधानसभा चुनावो के बादल हट चुके है और दिल्ली के सिंगासन का तोफा केजरीवाल के जोहली में आया। भारत के इतिहास में पहली बार आम आदमी काल आया ,कहते है कि झाड़ू लगाने से लक्ष्मी जाती है ,लेकिन ये झाड़ू भ्रष्टचार के गंद को मिटाने के लिए आई है ,अरविंद ने एक साल में ही अपनी नीतियो के बांड चलाये और आम जनता के ऊपर से हाथ  और कमल कि धूल इस झाड़ू के तूफान ने उडा दी ,आम जनता के संकट का पहाड़ अरविंद अपने ऊपर लिया और इससे तोड़ने के लिए अपनी बुध्दिमानता से और नीति से फैसला लिया भी।  आज के समय में पानी,बिजली किफायती कि गुल्लक जनता को दी और भारत को सोने कि चिड़िया बनाने का इनका  संकल्प है

Monday, 13 January 2014

              संसद कि चौखट पर भारतीय भाषा संघर्ष जारी    
    नई  दिल्ली :-विवेक शर्मा                 
      जंतर मंतर  स्थित राष्ट्रीय धरना स्थल पर भारतीय  भाषा  आन्दोलन  पिछले  29 अप्रेल 2013 से जारी है ;यह आन्दोलन देश को अंग्रेजी की गुलामी से मुक्त कराने  के लिए  जंतर मंतर पर पिछले 8 माह से किया जा रहा है !इस  आन्दोलन की मुख्य मांग सर्वोच्च  व उच्च न्यायालयों के साथ साथ संघ लोक सेवा आयोग  में अंग्रेजी के प्रयोग की जगह हिंदी के प्रयोग को बढावा देना है !
यह धरना जनवरी के प्रथम सप्ताह भी जारी रहा !चोपाल की अध्यक्छता  के राघव शर्मा ,न्याय व्यवस्थता के प्रणेता रोशन लाल अग्रवाल व व्यवस्था परिवर्तन के संस्थापक अध्यछ संसार चाँद और भारतीय किसान यूनियन  के नेता दुष्यंत कुमार ने की !




चोपाल मै भाषा आन्दोलन के पुरोधा  पुष्पेन्द्र चोहान ने कहा  विदेशी भासा के प्रभाव से अंधे होकर अनेको समाचार चेनल और राजनितिक  अधिकारी देश की संस्कृति और लोकशाही की जड़ों में मठा दाल रहे है !वरिष्ठ साहित्यकार बलदेव बंसी  के अनुसार आजादी के बाद भी हिंदी भाषी लोगो को दोयम दर्जा दिया जाना काफी निराशाजनक है !



जहाँ  एक तरफ आई.एस भारद्वाज और जन -आन्दोलनों के सयोजक भूपेन्द्र रावत जेसे राजनितिक दिग्गज एक और समर्थन में मोजूद थे वहीं दूसरी तरफ भारत की पहली ऑटो चालक महिला सुनीता जी अपनी मात्रभाषा को लेकर शपथ खाती दिखीं!


शीतकाल के इन दिनों में मनीष सिसोधिया का  दिल्ली वासियों के लिए शिक्षा में 90 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर दिल्ली विश्वविद्याल के विधि संकाय के  प्रवासी भलाई के बेनर तले दिए बयान नेउन्हें सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है ऐसे में भाषा आन्दोलन ने भी जोर पकड लिया है ! भाषा आन्दोलन को जीवंत बनाये रखने में पुष्पेन्द्र चोहान,महासचिव देवसिंग रावत सरदार महेंद्र सिंह ,सुनील कुमार सिंह ,चोधरी सहदेव पुनिया ,जगदीश भट्ट ,चंद्रवीर सिंह ,समाजसेवी रोशन लाल अग्रवाल ,महेशकान्त पाठक ,सुधीर पाण्डेय,भागीरथ,मध्य प्रदेश के रीवा प्रो.पाण्डेय,संजीव कुमार झा,लक्ष्मण कुमार सिंह,सुनील खन्ना,खेमराज कोठारी आदि कड़ी मशक्कत कर रहे है !आगामी 26 जनवरी को भारतीय भाषा आन्दोलन की  विशाल जनसभा का आयोजन जंतर मंतर पर किया 
जायेगा ! 

          

Sunday, 5 January 2014

Dr Vimal Rarh(Deputy Director) E- Learning Centre,SGTB Khalsa College on Importance of E-Learning

In a world where the power of technology resides in our pockets,the model of  of E-LEARNING is growing rapidly.E-learning  refers to the use of electronic media and information and communication technologies (ICT) in education. E-learning is broadly inclusive of all forms of educational technology in learning and teaching. E-learning is inclusive of, and is broadly synonymous with multimedia learning, technology-enhanced learning (TEL), computer-based instruction(CBI), computer-based training (CBT), computer-assisted instruction or computer-aided instruction (CAI), internet-based training (IBT), web-based training (WBT), online education,virtual education, virtual learning environments (VLE) (which are also called learning platforms), m-learning, and digital educational collaboration. These alternative names emphasize a particular aspect, component or delivery method.







Dr Vimal Rarh explaining  the  functions of INTERACTIVE BOARD  to Web Journalism & Sports Economics students  

E-learning includes numerous types of media that deliver text, audio, images, animation, and streaming video, and includes technology applications and processes such as audio or video tape, satellite TV, CD-ROM, and computer-based learning, as well as local intranet/extranet and web-based learning. Information and communication systems, whether free-standing or based on either local networks or the Internet in networked learning, underly many e-learning processes.

 E-learning can occur in or out of the classroom. It can be self-paced, asynchronous learning or may be instructor-led, synchronous learning. E-learning is suited to distance learning and flexible learning, but it can also be used in conjunction with face-to-face teaching, in which case the term blended learning is commonly used.

AAP : Support The Change .

I am so Shocked at the pathetic mind of SOME DELHITES ..They are hell wasting time proving , commenting , posting against the move by AAP on electricity reduction and Free water supply calling it a mere conspiracy and hell what not ...Folks ...India is a developing country and so is Delhi .....I know a normal family consume more water than 700 litre a day ...But when you cannot give back the shopkeeper TASTELESS SOUP PACKET WORTH RS.5 ONLY FREE WITH MAGGI 4 PACK , Just because its free ...then how can you say that You people are rich enough to not get that 1 Day free water supply  ...Rest , 700 litre water is enough for a person who earns Rs. 50 a day like hawkers, vendors etc ... And AAP move is really appreciable Even if its saving us Rs 1 only than other parties who just know how to extract taxes ...cause i blv " SOMETHING IS BETTER THAN NOTHING " ...
Basketbollatch has started between karnataka and delhi and won delhi